X
BADSHAH KHAN DOSTI INDUSTRY

WRITER RAHAT INDAURI SHAHAB

BADSHAH KHAN DOSTI INDUSTRY WRITER RAHAT INDAURI SHAHAB

Bulati hai magar jane ka nhi ?? Rahat Indori sahab  बुलाती है मगर जाने का नईं / राहत इन्दौरी बुलाती है मगर जाने का नईं  ये दुनिया है इधर जाने का नईं  मेरे बेटे किसी से इश्क़ कर मगर हद से गुजर जाने का नईं  सितारें नोच कर ले जाऊँगा मैं खाली हाथ घर जाने का नईं  वबा फैली हुई है हर तरफ अभी माहौल मर जाने का नईं  वो गर्दन नापता है नाप ले मगर जालिम से डर जाने का नईं
BADSHAH KHAN DOSTI INDUSTRY GAJNER

BADSHAH KHAN DOSTI INDUSTRY GAJNER

Dost ke naam जो मेरा दोस्त भी है, मेरा हमनवा भी है  जो मेरा दोस्त भी है, मेरा हमनवा भी है वो शख्स, सिर्फ भला ही नहीं, बुरा भी है मैं पूजता हूँ जिसे, उससे बेनियाज़ भी हूँ मेरी नज़र में वो पत्थर भी है खुदा भी है सवाल नींद का होता तो कोई बात ना थी हमारे सामने ख्वाबों का मसअला भी है जवाब दे ना सका, और बन गया दुश्मन सवाल था, के तेरे घर में आईना भी है
BADSHAH KHAN DOSTI INDUSTRY GAJNER

BADSHAH KHAN DOSTI INDUSTRY GAJNER

Motivational post By DOSTI INDUSTRY GAJNER लहरों से डरकर नौका पार नहीं होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती नन्हीं चींटी जब दाना लेकर चढ़ती है चढ़ती दीवारों पर सौ बार फ़िसलती है मन का विश्वास रगों में साहस भरता है चढ़कर गिरना, गिरकर चढ़ना न अखरता है मेहनत उसकी बेकार नहीं हर बार होती कोशिश करने वालों की कभी हार नहीं होती डुबकियाँ सिंधु में गोताखोर लगाता है जा-जा कर खाली हाथ लौट कर आता है मिलते न सहज ही मोती गहरे पानी में बढ़ता दूना विश्वास इसी हैरानी में मुट्ठी उसकी खाली हर बार न...

This site was designed with Websites.co.in - Website Builder

WhatsApp Google Map

Safety and Abuse Reporting

Thanks for being awesome!

We appreciate you contacting us. Our support will get back in touch with you soon!

Have a great day!

Are you sure you want to report abuse against this website?

Please note that your query will be processed only if we find it relevant. Rest all requests will be ignored. If you need help with the website, please login to your dashboard and connect to support