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By Engineer Badshah
Thu, 10-Sep-2020, 16:35

मस्ज़िद बनवाने का सवाब बादशाह खान गजनेर

Welcome to DOSTI INDUSTRY GAJNER ? मस्जिद बनवाने का सवाब ?


“बिस्मिल्लाहिर्रहमानिर्रहीम:

?इरशाद फ़रमाया_ अल्लाहतआला' ने कि बेशक मस्जिदों का बनवाना और उनका आबाद करना उन्हीं लोगों का काम है जो अल्लाह पर और क़यामत के दिन पर ईमान रखते हैं और हमेशा नमाज़ पढ़ते हैं और अपने माल की ज़कात देते हैं और अल्लाह के सिवा किसी से नहीं डरते ऐसे लोगों के लिए वादा है वह राहे निजात तक यानी जन्नत में पहुँच जायेंगे।

?सूरतउल तौबा)

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➤इस्लाम में सब से अच्छा काम पाँचों वक़्त की नमाज़ की पाबन्दी है और मस्जिदों को बनाना और उन्हें नमाज़ व अज़ान से आबाद करना और आबाद रखने के लिए कोशिश करना है मस्जिद के साज व सामान लौटे चटाई वज़ू का इन्तिज़ाम इस की देख भाल सफाई करने वाले अज़ान देने वाले मुअज़्ज़िनों और नमाज़ पढ़ाने वाले इमामों का ख्याल करना और उन्हें हर तरह खुश रखना, बेहतरीन काम है।

और इस सिलसिले में जो खर्चा हो वह बेहतरीन खर्चा है आला हज़रत मौलाना अहमद रज़ा खाँ बरेलवी रह०) फ़रमाते हैं "ईमान के बाद पहली शरीअत नमाज़ है।

?फ़तावा र-ज़विय्या जदीद जि.5, स. 83)

?गलत फहमियां और उनकी इस्लाह' पेज 181)

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?उम्मुल मोअमिनीन हज़रते सय्यिदुना आइशा सिद्दीक़ा रज़ि०) बेहद सख़ी थी,

हज़रते सय्यिदुना उ़र्वा बिन ज़ुबैर रज़ि०) फ़रमाते हैं कि मैंने देखा कि उम्मुल मोअमिनीन रज़ि०) ने सत्तर हज़ार दराहिम राहे खुदा में तक़सीम कर दिये हालांकि उनकी क़मीज़ मुबारक में पैवन्द लगा हुवा था।

और एक दफ़्आ़ हज़रते सय्यिदुना अब्दुल्लाह बिन ज़ुबैर रज़ि०) ने उनकी ख़िदमत में एक लाख दराहिम भेजे तो आप रज़ि०) ने वोह सब दराहिम एक ही रोज़ में राहे खुदा में तक़सीम कर दिये और उस रोज़ आप खुद रोज़े से थीं शाम के वक़्त बांदी ने अर्ज की क्या ही अच्छा होता कि एक दिरहम रोटी के लिये रख लेतीं! तो फ़रमाया मुझे याद नहीं रहा याद रहता तो बचा लेती।


➤अल्लाह अज्जावजल्ला की उन पर रहमत हो और उनके सदके़ हमारी मग्फ़िरत हो। “आमीन! 

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?मीठे मीठे इस्लामी भाइयों! उम्मुल मोअमिनीन रज़ि०) ने वुस्अ़त के बा वजूद अपनी जिन्दगी निहायत सादा और जाहिदाना गुजार दी और जो दौलत भी हाज़िर हुई आप रज़ि०) राहे खुदा में तक़सीम फरमा दी यहां तक कि लाखा दराहिम आए वोह भी लुटा दिये और रोजा इफ़तार करने के लिये भी कोई एहतिमाम न फ़रमाया और एक हम हैं कि अगर कभी नफ़्ल रोज़ा रख भी लें तो हमें इफ़तार के वक़्त हमा अक़्साम के फल, कबाब, समोसे, ठन्डा ठन्डा शरबत और न जाने क्या-क्या चाहिये!

➤बहरहाल! हमें उम्मुल मोअमिनीन हज़रते सय्यिदतुना आइशा सिद्दीक़ा रज़ि०) के नक्शे कदम पर चलना चाहिये और दौलत से इस कदर मुहब्बत न रखनी चाहिये कि राहे खुदा में ख़र्च करने के मुआ़मले में दिल तंग हो।

?नेक बनने और बनाने के तरीक़े' पेज नं 478/479)

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➤हज़रते सय्यिदुना अबू हुरैरह रज़ि०) से मरवी है फ़रमाते हैं कि हुज़ूरे पाक साहिबे लौलाक ﷺ ने इर्शाद फ़रमाया सख़ी अल्लाह अज्जावजल्ला' के क़रीब है, जन्नत के करीब है, लोगों के करीब है, आग से दूर है।

और कंजूस अल्लाह अज्जावजल्ला' से दूर है, जन्नत से दूर है, लोगों से दूर है, आग के करीब है, और यकीनन जाहिल सखी कंजूस आ़बिद से अफ़जल है।

?नेक बनने और बनाने के तरीक़े' पेज नं 476)

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➤हज़रते सय्यिदुना इब्ने अब्बास रज़ि०) से मरवी है फ़रमाते हैं कि रसूलुल्लाह ﷺ ने फ़रमाया सख़ावत अल्लाह अज्जावजल्ला' की अता से है सख़ावत करो अल्लाह अज्जावजल्ला' तुम्हें मज़ीद अता फ़रमाएगा।

?नेक बनने और बनाने के तरीक़े' पेज नं 474)

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?मुझे अपनी और सारी दुनिया के लोगो के इस्लाह की कोशिश करनी है. إن شاء الله عزوجل

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?“बराये करम इस पैग़ाम को शेयर कीजिये अल्लाह आपको इसका अजर–ए–अज़ीम ज़रूर देगा आमीन..,_(►जज़ाकअल्लाह खैरन◄)

?अपनी नेक दुवाओं में याद रखें

"बादशाह खान" गजनेर कानपुर देहात 209121? अल्लाह हाफ़िज़??

✍अपने नेक दुआओ में याद रखें “बादशाह खान गजनेर"

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